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गोविंदा ने पॉलिटिक्स में फिर मारी एंट्री

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 लोकसभा 2024 के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं। वैसे ही भाजपा और उसके सहयोगी दल रोज नया धमाका करते जा रहे हैं। वैसे तो अमित शाह धमाके करने के लिए मशहूर है लेकिन इस बार धमाका किया है शिव सेना ने। एकनाथ शिंदे की शिव सेना ने जानकारी दी है की बॉलीवुड के हीरो no 1 गोविंदा  शिवसेना में शामिल हो गए है। करीब 2 दशक बाद वो राजनीति में आए है। इससे पहले वो 2004 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा गए थे। तब उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता राम नाईक को चुनाव हरा कर धमाल मचा दिया था। राम नाईक 5 बार के सांसद थे उसके बावजूद भी गोविंदा ने ये कमाल कर दिया था। उसके बाद 2009 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। और चुनाव लडने से भी मना कर दिया था। करीब 14 साल बाद राजनीतिक वनवास खत्म करके वो फिर से राजनीति की दूसरी पारी खेलने के लिए तैयार है। उनकी देश भर में बड़ी फैन फॉलोइंग है। इस बार देखना ये होगा वो क्या कमाल करते हैं। अभी तक वो कहा से चुनाव मैदान में उतरेंगे ये तय नहीं हुआ। गोविंदा की प्रॉपर्टी 2004 में उनके दिए हलफनामे में जहा 14 करोड़ के आस पास थी वही आज उनकी प्रॉपर्टी करीब 145 करोड़ रुपए है। वो...

अब नही पलट सकेंगे दलबदलू नेता, अनुच्छेद 105 और 106 पर सुप्रीम कोर्ट ने 26 साल पुराना अपना ही फैसला पलटा

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#breakingnews सुप्रीम कोर्ट ने कल 26 साल पुराना अपना ही फैसला पलट दिया है। इसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है राजनेताओं की भी नींद उड़ी हुई है।  अब देश में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार नहीं चलने वाला है। क्युकी भ्रष्टाचारियों के सरदार ही जब गलत काम नही कर पाएंगे तो उनके लोग या छोटे अधिकारी कैसे भ्रष्टाचार कर पाएंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में ये फैसला बहुत अहम माना जा रहा है। विपक्षी पार्टियों को भी राहत की सांस लेने का अवसर मिला है। क्युकी इस फैसले से उन्हें खुशी होगी के अब कम से कम हमारे नेता दूसरी पार्टियों को पैसे लेकर वोट नही देंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा रिश्वत के केस में 5 जजों की पीठ के 1998 में सुनाए गए फैसले को अब सात जजों की पीठ ने आपसी सहमति से पलट दिया है। 1991 में हुए चुनाओ में कांग्रेस पार्टी की सीट बहुमत से कम रह गई थी ऐसे में राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के रविंदर सिंह ने की थी रिश्वत की शिकायत। तब ये मामला बहुत हाईलाइट हुआ था। 1996 में सीबीआई में यह सिकायत कराई गई थी। के बहुमत साबित करने के लिए नरसिम्हा राव भजनलाल जैसे कुछ बड़े नेताओं ने कई पार्टियों के नेताओं को ...

नारी शक्ति बनी राज्य सभा सांसद जानिए क्यों है सुधा मूर्ति नारी शक्ति का प्रमाण

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  ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की सास  इंफोसिस कंपनी की प्रेसिडेंट सुधा मूर्ति को आज 8 मार्च 2024 में राज्य सभा सांसद मनोनित किया गया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के द्वारा। इसकी जानकारी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर  पर दी। उन्होंने लिखा के सुधा मूर्ति नारी शक्ति का एक अतुलनीय उदाहरण है उनके होने से महिलाओं को एक प्रेरणा मिलती हैं। क्यों सुधा मूर्ति को ही राज्य सभा भेजा गया? सुधा मूर्ति और उनके पति नारायण मूर्ति का जीवन बड़ा ही सरंघर्षमय बिता है। जब नारायण मूर्ति ने अपने दोस्तो के साथ एक कंपनी खड़ी करने की सोची तो उसका नाम तो तय हो गया इंफोसिस। लेकिन उसके लिए पैसे की बहुत तंगी हुई। ऐसी हालत में नारायण मूर्ति ने सुधा मूर्ति से अपने हिस्से के 10,000 रुपए उधार लिए थे। उसके बाद इंफोसिस ने वो कमाल किया के आज । टाटा ग्रुप के बाद यह कंपनी 2 नंबर पर आती हैं। इसके टोटल मार्केट कैप 6,69,000 करोड़ से भी ज्यादा की है। अगर सुधा मूर्ति उस वक्त 10000 रुपए ना देती तो न तो  इंफोसिस जैसी कंपनी खड़ी होती और न ही ऋषि सुनक जैसा दामाद इन्हे मिलता। क्य...

बुरी फसी ममता शेख के चक्कर में

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  आप सभी को पता होगा पश्चिम बंगाल में इन दिनों शाहजहां शेख का मामला पूरा चर्चा में है। सीबीआई ईडी शेख को अपनी कस्टडी में लेने के लिए कोर्ट से गुहार लगा रहे है। लेकिन ममता है के मानती नही। ये ममता को भी ले डूबेगा अब अब कोर्ट ने खुद ईडी को ममता सरकार के खिलाफ कोर्ट के आदेश की अवमानना करने पर याचिका दायर करने का आदेश दे दिया है।  आपको पता होगा शाहजहां शेख शुरुआत में सुर्खियों में तब आया था जब उसने टीएमसी यानी ममता की ही पार्टी की एक महिला नेता का शारीरिक शोषण किया और उसके बाद और भी बहुत सी महिलाएं भी सामने आई जिन्होंने आप बीती बताई।  कुछ औरतों के परिवार वालों को तो ये तक कहा जाता था की जिंदा तो मिल गई न इसी बात का शुक्र मानो और जुबान मत खोलना।  वहा के गरीब स्थानीय लोग इसी को अपनी किस्मत मान कर जी रहे थे। लेकिन उसके बाद जब मामला राष्ट्रीय मीडिया में उठा तो देश की सरकार हरकत में आई उसके बाद जांच चली तो राशन घोटाले में भी शाहजहां शेख आरोपी पाया गया। उसके बाद जब ईडी छापेमारी करने गई तो उसकी टीम पर भी हमला किया गया। कोर्ट अब इस मामले में बहुत सख्त हो गया है लेकिन ममता बनर्जी...

Bjp candidate loksabha uk उत्तरांचल में ये है बीजेपी उम्मीदवार

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जाने किसका हुआ टिकट और किसका कटा बीजेपी ने आज 195 लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। जिनमे से उत्तराखंड के भी 3 लोकसभा क्षेत्र शामिल है। आइए देखते हैं कि वो कोन सी लोकसभा है। और किस किसकी किस्मत इस बार चमकी है। टिहरी लोकसभा से माला राज्य लक्ष्मी शाह का टिकट हुआ है। वही नैनीताल से अजय भट्ट और अल्मोड़ा से अजय टम्टा को मोका मिला है। बीजेपी और मोदी ने तीनो ही उम्मीदवारों पर एक बार फिर से भरोसा जताया है आपको बता दें कि उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीट है। और पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी 5 पर जीत हासिल की थी अभी भी गढ़वाल और हरिद्वार सीट की घोषणा होना बाकी है। हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक और गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत सांसद हैं। ऐसी ही और जानकारी के लिए हमे फॉलो करे। और साइड में whatsapp बटन पर जाकर हमारे chennel से भी जरूर जुड़े जिससे आने वाली सभी खबरे आपको सबसे पहले मिले। #news #bjp #uttrakhand #mp #election

Teele wali masjid lucknow court reject muslim apeal

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  लखनऊ की एक जिला अदालत ने बुधवार को सिविल जज के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष द्वारा दायर एक पुनरीक्षण याचिका को खारिज कर दिया, जिसके तहत उन्होंने 6 सितंबर, 2023 को टीले वाली मस्जिद मामले में सिविल मुकदमे की सुनवाई करने का फैसला किया था, इस दलील को खारिज करते हुए कि मुकदमा नहीं किया जा सकता है। गैर-रखरखाव के आधार पर सुनवाई की जाएगी। भगवान शेषनागेश टीलेश्वर महादेव विराजमान द्वारा मित्र डॉ. वीके श्रीवास्तव के माध्यम से 2013 में सिविल मुकदमा दायर किया गया था, जिसमें कहा गया था कि मुगल सम्राट औरंगजेब के शासनकाल के दौरान, टीले वाली मस्जिद के लिए रास्ता बनाने के लिए एक हिंदू धार्मिक संरचना, लक्ष्मण टीला को ध्वस्त कर दिया गया था, और इसलिए, स्थल पर मूल हिंदू धार्मिक संरचना को बहाल किया जाना चाहिए। बुधवार को अपने आदेश में, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश नरेंद्र कुमार III ने कहा कि सिविल मुकदमे में याचिका कानून और तथ्यों के मिश्रित प्रश्न पर आधारित थी और इसलिए केवल मुस्लिम पक्ष की आपत्ति पर सबूत दर्ज किए बिना खारिज नहीं किया जा सकता था कि मुकदमा समय-समय पर था। पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के प्रावधानों के...